शिला ने जीजाजी को कपड़े धोते हुए देखा। चौककर बोली अरे -ये क्या जीजाजी,आप दीदी के कपड़े धो रहे है तो क्या हुआ। .... ? आत्माराम संकोच मे डूबकर बोले -वो मेरे साथ रोटियां भी तो पकवा लेती है